Thursday, November 27, 2014

जब हो जाए तो चैन नहीं, ना हो तो बेचैनी, हो गया तो समझना मुश्किल, ना हो तो जीना मुश्किल। समझ जाएं तो कहना मुश्किल, और कह दें तो जवाब का अनजाना डर। आखिर करें तो क्या करें? आइए जानें प्यार क्या होता है, कैसे होता है और कब होता है। प्यार के कुछ और लक्षण खास आपके लिए.....

एक दिन वह दिखाई न दे तो आपके दिल में अनेक अशुभ बातें आने लगें। दिल बुरी तरह से घबराने लगे। 

* उसके बिना जिंदगी नीरस, फालतू, बकवास या आधी-अधूरी लगने लगे। 

* किसी को फोन करते समय भूल से उसका मोबाइल नंबर डायल कर दें। 

* मोबाइल की घंटी बजने या मिस कॉल आने पर ऐसा लगे उसने ही कॉल किया होगा। 

* फोन पर घंटों बातें करने के बावजूद दिल न माने और बातें करने की इच्छा बनी रहे। 

* रोमांटिक फिल्म में हीरो की जगह स्वयं को व हीरोइन की जगह उसके होने की कल्पना करने लगें। 

* आपको भूख कम लगने लगे या खाने-पीने की सुध न रहे। 

* पत्र-पत्रिकाओं में राजनीति, सामाजिक, करियर आदि की खबरों को छोड़कर फैशन, फिटनेस, ब्यूटी टिप्स, माई फस्ट लव, टिप्स आदि आप पढ़ना पसंद करने लगें। 

* अखबार में पहले उसकी, फिर अपनी राशि देखें। 

* आपको अपना डेट ऑफ बर्थ भले याद नहीं हो लेकिन उसके डेट ऑफ बर्थ से लेकर उसके पूरे फैमिली का बायोडाटा जबानी याद हो। 

Friday, November 29, 2013

महान गुरु स्वामी विवेकानंद के महान विचार....

'धन रहने से दरिद्रता का भय है,ज्ञान रहने पर अज्ञान का भय है, रूप में बुढ़ापे का भय है,गुण रहने से खल का भय है,उन्नति में
ईर्ष्या का भय है,यहाँ तक कि देह रहने पर मृत्यु का भय है.इस जग में सब कुछ भययुक्त है.एकमात्र वही पुरुष निर्भीक है,जिसने
सब कुछ त्याग दिया है.